ग्रामीण इलाकों में बन रहे उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के मकसद से एक ऑनलाइन पोर्टल ‘स्वदेश बाजार’ (Swadesh Bazzar) शुरू किया गया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्वदेश बाजार ऑनलाइन पोर्टल (Swadesh Bazzar Online Portal) को लॉन्च किया.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारे देश में अच्छा काम करने वाले लोगों की संख्या कम नहीं है. उनका उत्पाद और क्वालिटी बहुत अच्छी होती है, लेकिन उन्हें बाजार नहीं मिलता है. जब कोई उत्पाद किसी ग्राहक तक पहुंचता है तो इस रास्ते में आने वाले माध्यमों के मुनाफे के चलते उत्पाद की कीमत इतनी बढ़ जाती है कि आम ग्राहक की पहुंच से बाहर हो जाती है.
उन्होंने कहा कि तकनीक के इस्तेमाल से इस बीच के मुनाफे वाली कढ़ियों को खत्म किया जा सकता है. तकनीक की लागत भी बहुत कम होती है.
अमेजन का मॉडल
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि ई-कॉर्मस कंपनी अमेजन (Amazon) भारत के एमएसएमई से वस्तुएं लेकर उसका जो एक्सपोर्ट कर रहा है उसका का टर्नओवर 7,000 करोड़ रुपये सालाना है. जो काम अमेजन कर रहा है उसे हम भी कर सकते हैं. और स्वदेश बाजार ऑनलाइन पोर्टल इस दिशा में काम करेगा.
आत्मनिर्भर भारत
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अपने प्लेटफॉर्म पर क्वालिटी प्रोडेक्ट को रखकर उसके व्यापार को बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि आज देश में ऐसे तमाम महिला स्व-सहायता समूह हैं जो बहुत अच्छा सामान तैयार कर रहे हैं. ऐसे लोगों को एक बाजार मुहैया हो सकता है. हमारे देश में इनोवेटिव प्रोडेक्ट्स की कोई कमी नहीं है.
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) की परिकल्पना यही है कि हमारे यहां आयात कम से कम हो और निर्यात अधिक हो.
रोजगार के अवसर
उन्होंने कहा कि देश से गरीबी दूर करने के लिए हमें रोजगार के अवसर पैदा करने होंगे. इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में वहीं के सामानों से अगर अच्छी क्वालिटी के उत्पाद तैयार होंगे और फिर इन प्रोडेक्ट्स को बाजार मिलता है तो गांव के लोग जीवन-यापन के लिए गांव छोड़कर शहर नहीं जाएंगे.
एमएसएमई सेक्टर का योगदान
नितिन गडकरी ने कहा कि हमारे देश के विकास में MSME सेक्टर का बहुत बड़ा योगदान है. अभी GDP ग्रोथ रेट में से 30 फीसदी आय MSME सेक्टर से आती है. हमारे 48 फीसदी निर्यात MSME का है और अभी तक हमने 11 करोड़ नौकरियां पैदा की हैं.
उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले 5 साल में इसे बढ़ाकर कम से कम 30 प्रतिशत ग्रोथ रेट को 50 प्रतिशत, 48 प्रतिशत निर्यात को 60 प्रतिशत करें और 5 करोड़ नई नौकरियां पैदा करें.